गर्मी की छुटि्टयां शुरू हो चुकी हैं। अगर आप इस बार छुटि्टयों में विदेश जाने की योजना बना रहे हैं और अगर आपकी यह पहली विदेश यात्रा बनने जा रही है, तो ट्रैवल कथा का ये आर्टिकल आपके लिए ही है। विदेश यात्रा में सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज उस देश का वीजा होता है, जहां आप जाने वाले हैं।
हम आपको बता दें कि अलग-अलग देश पर्यटकों के लिए अलग-अलग तरह का वीजा जारी करते हैं। इनके लिए अलग-अलग दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है। हालांकि, कम से कम छह महीने की शेष अवधि वाला पासपोर्ट, हवाई जहाज का आने-जाने का टिकट, होटल रिजर्वेशन का प्रूफ, ट्रैवल बीमा, वीजा फोटो और बैंक खाते में 40-50 हजार रुपए जैसी कुछ शर्तें लगभग सभी देशों के वीजा की सामान्य शर्त होती है।
यानी अगर आप विदेश जाने की योजना बना रहे हैं तो इन दस्तावेजों को जरूर तैयार कर लें। अब अलग-अलग देशों के लिहाज से वीजा के प्रकार एवं जरूरतों की बात कर लेते हैं।
आगमन पर वीजा- आगमन पर वीजा (वीजा ऑन अराइवल) और ई-वीजा सबसे सरल वीजा प्रणाली हैं। दुनिया के करीब 40 देश भारतीय पासपोर्ट धारकों को आगमन पर वीजा अथवा ई-वीजा की सुविधा देते हैं। इसमें संबंधित देश के एयरपोर्ट पहुंचने पर जरूरी दस्तावेज यानी कम से कम छह महीने की शेष अवधि वाला पासपोर्ट, लौटने का कंफर्म टिकट, होटल रिजर्वेशन का प्रूफ, ट्रैवल बीमा, और बैंक खाते में 40-50 हजार रुपए की राशि दिखाने पर 30 दिनों का वीजा जारी हो जाता है। यह सुविधा ज्यादातर एशियाई देश, कुछ अफ्रीकी देश और छोटे अमेरिकी देश भारतीय नागरिकों को देते हैं।
वहीं, ई-वीजा में यात्रा से पहले संबंधित देश के ई-वीजा पोर्टल पर जाकर ऊपर दिए गए दस्तावेजों को जमा कर पहले ही ई-वीजा का प्रिंट आउट लिया जा सकता है। ट्रैवल कथा सुझाव देता है कि जिन देशों में वीजा ऑन अराइवल और ई-वीजा दोनों सुविधाएं हों, वहां यात्री ई-वीजा को प्राथमिकता दें। इससे आप उस देश के एयरपोर्ट पर वीजा ऑन अराइवल काउंटर पर लगी लंबी कतार से बच सकते हैं।
प्रमुख देश- थाईलैंड, मलेशिया, इंडोनेशिया, कंबोडिया, कतर, मॉरीशस, केन्या आदि।
शेंगेन वीजा- यूरोप के 26 देश, जिसमें ब्रिटेन को अलावा सभी प्रमुख यूरोपीय देश शामिल हैं, एक कॉमन वीजा जारी करते हैं। इसे शेंगेन वीजा कहते हैं। इस वीजा के लिए भी कम से कम तीन महीने की शेष अवधि वाला पासपोर्ट, हवाई जहाज का आने-जाने का टिकट, होटल रिजर्वेशन का प्रूफ, ट्रैवल बीमा, वीजा फोटो और छह महीने का बैंक स्टेटमेंट, जिसमें 40-50 हजार रुपए हों जैसे दस्तावेज देने होते हैं।
यह वीजा मिलने के बाद आप यूरोप के 26 देशों में बिना रोकटोक जा सकते हैं। आप शेंगेन वीजा के लिए इन 26 देशों में से किसी भी देश के दूतावास के जरिए आवेदन कर सकते हैं। वीजा आवेदन के लिए शेंगेन समेत सभी प्रमुख देशों ने वीएफएस ग्लोबल को अपना एजेंट बना रखा है। दिल्ली में वीएफएस ग्लोबल का कार्यालय शिवाजी मेट्रो स्टेशन में है।
प्रमुख देश- स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड्स, फ्रांस, जर्मनी, पोलैंड, पुर्तगाल, प्राग, चेक गणराज्य, डेनमार्क आदि।
इंडीविजुअल वीजा- यदि आप ऐसे देश की यात्रा करने जा रहे हैं, जो वीजा ऑन अराइवल नहीं देता या जो शेंगेन वीजा का हिस्सा नहीं है, तो आपको उस देश के वीजा के लिए आवेदन करना पड़ेगा। ज्यादातर देशों के वीजा आवेदन में कम से कम छह महीने की शेष अवधि वाला पासपोर्ट, हवाई जहाज का आने-जाने का टिकट, होटल रिजर्वेशन का प्रूफ, ट्रैवल बीमा, वीजा फोटो और छह महीने का बैंक स्टेटमेंट, जिसमें 40-50 हजार रुपए हों जैसे दस्तावेज देने होते हैं।
ध्यान रहे कुछ देश वीजा आवेदन में ट्रैवल बीमा नहीं मांगते। फिर भी आपकी सुरक्षा के लिए बेहतर होगा कि आप ट्रैवल बीमा जरूर लें। वीजा आवेदन के लिए सभी प्रमुख देशों ने वीएफएस ग्लोबल को अपना एजेंट बना रखा है। दिल्ली में वीएफएस ग्लोबल का कार्यालय शिवाजी मेट्रो स्टेशन में है। अमेरिका के वीजा के लिए आपको वीएफएस ग्लोबल में आवेदन देने के बाद एक बार इंटरव्यू के लिए अमेरिकी दूतावास या वाणिज्य दूतावास भी जाना पड़ता है।
प्रमुख देश- अमेरिका, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, कनाडा, यूएई, चीन आदि।
नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं हमारा यह आर्टिकिल आपको कैसाा लगा? आप हमारे फेसबुक पेज https://www.facebook.com/Atravelkatha/ पर भी हमसे सीधे सवाल पूछ सकते हैं।
If you're looking for someone to work an interesting assignment(s)-writing, photo stories, to-do guides, interviews, destination reviews, please send me an email- at akritimj@gmail.com and we can take it from there!!